BED Course Closed: नई शिक्षा नीति के तहत बीएड और डीएलएड कोर्स बंद, शिक्षक भर्ती में योग्यता मानदंडों में महत्वपूर्ण परिवर्तन

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BED Course Closed: बीएड कोर्स पूरा कर चुके या करने की सोच रहे अभ्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है। सरकार ने B.Ed कोर्स को बंद करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, आने वाले 6 सालों में, यानी 2030 से, शिक्षक भर्ती के लिए आवश्यक न्यूनतम योग्यता में भी परिवर्तन किया जाएगा।

जो अभ्यार्थी B.Ed कोर्स करने का विचार कर रहे हैं, उनके लिए यह जानकारी बेहद जरूरी है। 2030 से, शिक्षक भर्ती के लिए नई न्यूनतम योग्यता 4 वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (ITEP) के अनुसार होगी। इसके साथ ही, डीएलएड कोर्स को भी सरकार द्वारा पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा।

BED Course Closed

इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता और समर्थता को बढ़ाना है। नए नियमों के अनुसार, शिक्षकों को अधिक व्यापक और गहन प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिससे वे छात्रों को बेहतर शिक्षा दे सकें। इसलिए, अभ्यार्थियों को इन नए परिवर्तनों के अनुसार अपनी योजनाओं को ढालना होगा।

सरकार ने चार वर्षीय बीएड कोर्स को बंद करने का निर्णय लिया है। इस साल तक केवल दो वर्षीय बीएड कोर्स ही चलेगा, और उसके बाद इसे भी बंद कर दिया जाएगा। इस फैसले का उद्देश्य उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना है। नई शिक्षा नीति के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद बीएड कोर्स में बदलाव कर रही है।

बीएड कोर्स को पूरी तरह से खत्म करने से पहले, शिक्षक भर्ती की न्यूनतम योग्यता में बदलाव की तैयारी शुरू की जा चुकी है। इसके लिए नई योजना और शिक्षक प्रशिक्षण की योजना पर काम किया जा रहा है। शिक्षा मंत्रालय 2030 तक सभी राज्यों में बहुविभिषेक संस्थानों को विकसित करने की योजना बना रहा है।

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एनसीटीई ने दो वर्षीय विशेष बीएड कोर्स के बाद अब चार वर्षीय बीएबीएड और बीएससी बीएड कोर्स को भी बंद करने की घोषणा की है। इस संबंध में विभाग ने आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया है और नई एडमिशन प्रक्रिया नहीं ली जाएगी। अगर कोई नया बीएड कोर्स करना चाहता है, तो उसे चार वर्षीय बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स यानी आईटीपी कोर्स करना होगा।

इस निर्णय से शिक्षा क्षेत्र में एक नई दिशा की शुरुआत होगी, जिससे शिक्षकों की योग्यता और शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार होगा। इससे भविष्य के शिक्षकों को अधिक व्यापक और गहन प्रशिक्षण मिलेगा, जो उन्हें छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करने में सक्षम बनाएगा।

राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) के अनुसार, जो संस्थान वर्तमान में चार वर्षीय B.Ed कोर्स चला रहे हैं, उन्हें 2025 तक छात्रों को इस कोर्स में प्रवेश देने की अनुमति होगी। परिषद का सुझाव है कि अब संस्थानों को नए संशोधित B.Ed कोर्स, जिसे आईसीटीपी कोर्स कहा जा रहा है, को शुरू कर देना चाहिए।

बहुत से अभ्यर्थियों के मन में यह प्रश्न है कि क्या 2030 से शिक्षक भर्ती की न्यूनतम योग्यता में परिवर्तन होगा। इसका उत्तर है, हां, 2030 से शिक्षक भर्ती के लिए न्यूनतम योग्यता चार वर्षीय नए आईटीपी कोर्स के आधार पर होगी। इसके अतिरिक्त, वित्तीय वर्ष 2027-28 से धीरे-धीरे सभी डीएलएड पाठ्यक्रमों को भी समाप्त कर दिया जाएगा।

इन बदलावों का उद्देश्य शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता और दक्षता को बढ़ाना है। नए आईटीपी कोर्स के माध्यम से शिक्षकों को अधिक व्यापक और गहन प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिससे वे छात्रों को उच्च स्तर की शिक्षा दे सकें। इसलिए, अभ्यर्थियों को इन नए बदलावों के अनुसार अपनी तैयारी करनी चाहिए।

सरकार ने B.Ed के चार वर्षीय पाठ्यक्रम की जगह नया आईटीपी (Integrated Teacher Training Program) कोर्स शुरू किया है। इस नए कोर्स के लिए वर्तमान में कुछ चुनिंदा कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है, और योजना है कि अगले वर्ष तक यह सभी कॉलेजों में लागू हो जाएगा।

इस नए कोर्स के शुरू होने से शिक्षक प्रशिक्षण की दिशा में एक नई क्रांति आएगी। आईटीपी कोर्स के माध्यम से शिक्षकों को अधिक व्यापक और गहन शिक्षा प्रदान की जाएगी, जिससे वे छात्रों को बेहतर ढंग से शिक्षित कर सकेंगे। इस कदम से शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता और दक्षता को बढ़ावा मिलेगा, और भारतीय शिक्षा प्रणाली और भी मजबूत होगी। इसलिए, शिक्षा के इच्छुक अभ्यर्थियों को इस नए कोर्स के बारे में जानकारी रखनी चाहिए और इसके लिए तैयार रहना चाहिए।