LAMPS Scheme: बहुउद्देशीय सहकारी समिति की शुरुआत भारतीय रिजर्व बैंक के कृषि विभाग द्वारा की गई थी। सहकारी योजना समिति के समर्थन से, बहुउद्देशीय समितियों को कृषि कार्यों को चलाने के लिए वित्त प्रदान किया गया। कई राज्यों में आदिवासी क्षेत्रों के लिए प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में आदिवासी समुदाय को लाभ पहुंचाने के लिए बड़े क्षेत्र की बहुउद्देशीय सोसायटी (LAMPS) का आयोजन करने लगीं। आदिवासी कल्याण मंत्रालय लैम्प्स के माध्यम से पश्चिम बंगाल में हजारों आदिवासी महिलाओं और उनके परिवारों के जीवन को उन्नत कर रहा है।
LAMPS Yojana
बचत लैंप योजना या लार्ज एरिया मल्टीपर्पस सोसाइटीज (LAMPS) योजना एक केंद्रीय सहायता युक्त योजना है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में कृषि और अन्य आजीविका संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत, प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां (PACS), लार्ज एरिया मल्टीपर्पस सोसाइटीज (LAMPS) और फार्मर्स सर्विस सोसाइटीज (FSS) को कंप्यूटरीकृत करने का काम किया जा रहा है।
इस योजना का मुख्य लाभ यह है कि इन समितियों के सदस्यों को ब्याज मुक्त या कम ब्याज दर पर ऋण, कृषि इनपुट, पशुधन, छोटे कृषि यंत्र, उजाला योजना के तहत एलईडी बल्ब, ट्यूबलाइट और पंखे आदि प्राप्त करने का अवसर मिलता है। इसके अलावा, इन समितियों को अपने सदस्यों की फसलों और वन उत्पादों की खरीद और बिक्री का भी काम करने का अधिकार मिलता है।
इस योजना के अंतर्गत, देश भर में 63,000 PACS/LAMPS/FSS को कंप्यूटरीकृत करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर 2,516 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। इस योजना का उद्घाटन 29 जून, 2022 को किया गया था। इस योजना से, कृषि और ग्रामीण विकास को एक नई गति मिलेगी, और ग्रामीण और आदिवासी किसानों की आय और जीवन स्तर में सुधार होगा।
लैंप्स योजना का पूरा नाम बचत लैंप योजना है, जिसे अब उजाला योजना के नाम से भी जाना जाता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बिजली की बचत करना और एलईडी बल्ब, ट्यूबलाइट और पंखे को कम मूल्य पर उपलब्ध कराना है। इस योजना के अंतर्गत एलईडी बल्ब 70 रुपए, ट्यूबलाइट 220 रुपए और पंखे 1110 रुपए में खरीदे जा सकते हैं।
इस योजना में आवेदन करने के लिए आपको अपना आधार कार्ड या एक आईडी प्रूफ और अड्रेस प्रूफ देना होगा। आप अपने क्षेत्र के पावर हाउस से फॉर्म ले सकते हैं या उजाला योजना की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
लैम्प्स का उद्देश्य
लैम्प्स, नेशनल स्कीम ऑफ ट्राइबल फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NSTFDC) और आदिवासी महिला सशक्त योजना (AMSY) की प्रमुख योजना है और इसका मुख्य उद्देश्य आजीविका गतिविधियों को करके आदिवासी महिलाओं की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। इसके अन्य उद्देश्य इस प्रकार हैं:
- कृषि और खेती के लिए आदिवासी सदस्यों को ब्याज-मुक्त अल्पावधि कर्ज या कृषि ऋण प्रदान करना।
- बीज, उर्वरक, कीटनाशक जैसी आवश्यक कृषि सामग्री को सब्सिडी के साथ उपलब्ध कराना।
- सूअर, भेड़, हल बैल जैसे पशुओं और मवेशियों की खरीद के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना।
- बेहतर कृषि हेतु छोटी कृषि मशीनरी को मुफ्त में उपलब्ध कराना।
- कृषि उत्पादों के विपणन को प्रोत्साहित, शिक्षित और मार्गदर्शन करना।
- किसान को जब भी आवश्यकता हो, निर्धारित सीमा के भीतर उपभोग ऋण प्रदान करना।
- जमीन के बिना कृषि करने वाले किसानों को लघु वन उत्पादों को इकट्ठा करने में मार्गदर्शन करना ताकि मौसमी रोजगार प्राप्त हो सके।
- वनों से प्राप्त लघु उत्पादों को खरीदना, बेचना और विपणन करना।
- लैम्प के एक अलग पहलू के रूप में गाँवों में छोटे दुकान शुरू करने के लिए आदिवासियों को सीमित ऋण के लिए एकीकृत शॉपिंग कार्यक्रम (आईएसपी) में सहायता करना।
- सभी आदिवासी सदस्यों के सामाजिक मानक को बढ़ाने और सुधारने के लिए अन्य आजीविका गतिविधियों को आयोजित और प्रोत्साहित करना।
Eligibility Criteria for LAMPS Scheme
लैम्प योजना के लिए पात्रता मानदंड इस प्रकार हैं:
- आवेदक को भारत का नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक को अनुसूचित जनजाति का सदस्य होना चाहिए।
- आवेदक की वार्षिक आय 1.5 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
- आवेदक को किसी भी लार्ज एरिया मल्टीपर्पस सोसाइटी (LAMPS) का सदस्य होना चाहिए।
- आवेदक को किसी भी कृषि या वन उत्पाद संबंधित गतिविधि में लगे हुए होना चाहिए।
- लैम्प योजना के तहत, आवेदक को ऋण, सब्सिडी, बीमा, प्रशिक्षण और विपणन की सहायता मिलती है। यह योजना राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम (NSTFDC) द्वारा संचालित की जाती है।
Required Documents for LAMPS Yojana
लैम्प्स योजना के लिए आवेदन करने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेज़ आवश्यक हैं:
- पंजीकृत हिताधिकारी का प्रमाण पत्र
- अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- परियोजना रिपोर्ट
- अन्य समर्थन दस्तावेज़ (यदि आवश्यक हो)
- आप इन दस्तावेज़ को ऑनलाइन अपलोड कर सकते हैं, या अपनी नजदीकी लार्ज एरिया मल्टीपर्पस सोसाइटी (LAMPS) या स्टेट चैनलाइजिंग एजेंसी (SCA) को भेज सकते हैं।
लैंप के कार्य: जनजातीय विकास को बढ़ावा देना
भारत के जनजातीय विकास की जटिलता को बढ़ा-चढ़ाकर बताना असंभव है। कृषि, उद्योग, शिक्षा और अब जनजातीय समुदायों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर सहित सभी तत्वों के विकास पर जोर देना आवश्यक है। पश्चिम बंगाल अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति विकास और वित्त निगम और पश्चिम बंगाल जनजातीय विकास सहकारी निगम लिमिटेड ने पश्चिम बंगाल राज्य में राष्ट्रीय सेवा प्रशिक्षण और विकास निगम के माध्यम से लाए जा रहे लाभकारी परिवर्तनों को लाने के लिए एकजुट हो गए हैं। पश्चिम बंगाल में कुल मिलाकर लगभग 42,000 आदिवासी परिवार इस योजना से लाभान्वित हुए हैं।
- लघु वन उत्पादों को इकट्ठा करके और उनका विपणन करके आदिवासी लोगों के लिए अधिक रोजगार के अवसर पैदा करना।
- आदिवासी महिलाओं को ऋण प्रदान करना और उनकी प्रसंस्करण इकाइयों और अन्य आजीविका संबंधी गतिविधियों में सहायता करना।
- उनके सदस्यों को आवश्यक सामग्री और अन्य उपभोक्ता लेखों का वितरण करने में उनका समर्थन करना।
- योजना आगे आदिवासी महिलाओं को सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों में भाग लेने और अपने परिवार के प्रति अपने वित्तीय योगदान को बेहतर बनाने के लिए प्रोत्साहित और समर्थित करता है।
- यह क्षमता निर्माण को बढ़ावा देता है, पहचान बनाता है और उन्हें सामाजिक सीढ़ी पर चढ़ने में मदद करता है।
- लैम्प्स आदिवासी महिलाओं के लिए एनएसटीएफडीसी से वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए गारंटर के रूप में काम करते हैं।
लैम्प्स के माध्यम से महिला सशक्तिकरण
- लैम्प्स के माध्यम से महिला सशक्तिकरण आर्थिक स्वतंत्रता महिलाओं की सफलता और सशक्तिकरण का मुख्य घटक है।
- आदिवासी महिलाएं अपने पारंपरिक तरीके से सशक्त हैं और आदिवासी समाज में लिंग के कारण कम से कम सामाजिक टिप्पणी होती है।
- आदिवासी महिलाओं द्वारा की जाने वाली आर्थिक गतिविधि पारंपरिक प्रकृति की है जैसे पशुपालन। इसमें घर का डेयरी, बकरी पालन, सूअर पालन, बत्तख पालन, भेड़ पालन या बुबाई रस्सी बनाने, साल पत्ती की थालियां बनाने जैसी गतिविधि शामिल है।
- एएमएसवाई के माध्यम से आर्थिक गतिविधि में भागीदारी और परिवार की आय में महिलाओं का योगदान क्षमता निर्माण को बढ़ाता है और एक सामाजिक पहचान पैदा करता है।
- लैम्प्स की नवीनतम सफलता यह है कि आदिवासी महिलाओं का बहुमत बैंक खाते प्राप्त कर लिए हैं। उनका नाम और फोटो वाला पासबुक उनके लिए एक पहचान और आत्मसम्मान का प्रतीक है।
LAMPS Scheme Unit Cost
- योजनाओं और परियोजनाओं के लिए प्रति इकाई लागत 5 लाख रुपये तक की श्रेणी में एनएसटीएफडीसी द्वारा लागत का लगभग 90% व्यय होता है।
- 5 लाख रुपये से अधिक की श्रेणी में योजनाओं और परियोजनाओं के लिए एनएसटीएफडीसी द्वारा लागत का 10% व्यय होता है। प्रति इकाई परियोजना लागत का 10% लाभार्थी हेतु लिया जाता है और कम बजट वाली परियोजनाओं के लिए बफर के रूप में रखा जाता है।
- SCAs, एनएसटीएफडीसी की योजनाओं या परियोजनाओं में नामांकन करते समय संतुलित क्षेत्रीय दृष्टिकोण के लिए जिम्मेदार निकाय हैं। जिस अनुपात के तहत फंड आवंटित किया जाता है, वह इस प्रकार है:
- कृषि और उसके संबंधित क्षेत्र को सक्षम बनाने के लिए आदिवासी सदस्यों और समाजों को फंड का 55% आवंटित किया जाता है।
- सेवा क्षेत्र सहित परिवहन क्षेत्र को सक्षम बनाने के लिए आदिवासी सदस्यों और समाजों को फंड का 40% आवंटित किया जाता है।
- औद्योगिक क्षेत्र को सक्षम बनाने के लिए आदिवासी सदस्यों और समाजों को फंड का 5% आवंटित किया जाता है।
LAMPS Yojana के लाभ समिति के सदस्यों की आर्थिक हलचल पर कैसे प्रभाव डालते हैं?
LAMPS Yojana के लाभ समिति के सदस्यों की आर्थिक हलचल पर इस प्रकार प्रभाव डालते हैं:
- इस योजना के तहत, समिति के सदस्यों को ब्याज मुक्त या कम ब्याज दर पर ऋण, कृषि इनपुट, पशुधन, छोटे कृषि यंत्र, उजाला योजना के तहत एलईडी बल्ब, ट्यूबलाइट और पंखे आदि प्राप्त करने का अवसर मिलता है, जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है।
- इस योजना से, समिति के सदस्यों को अपने फसलों और वन उत्पादों की खरीद और बिक्री का भी अधिकार मिलता है, जिससे उनकी आय में और अधिक वृद्धि होती है।
- इस योजना से, समिति के सदस्यों की समितियों को कंप्यूटरीकृत करने का काम किया जाता है, जिससे उनकी लेन-देन की प्रक्रिया में सुगमता और पारदर्शिता आती है, और उनके लिए विभिन्न सेवाओं और लाभों का लाभ मिलता है।
LAMPS Yojana 2023-24 Budget
- LAMPS Yojana के तहत, प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां (PACS), लार्ज एरिया मल्टीपर्पस सोसाइटीज (LAMPS) और फार्मर्स सर्विस सोसाइटीज (FSS) को कंप्यूटरीकृत करने का काम किया जा रहा है।
- 2023-24 में, इस योजना के लिए 2,516 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जो 2022-23 के रिवाइज्ड अनुमानों की तुलना में 21% की वृद्धि है।
- इस योजना का लक्ष्य है, देश भर में 63,000 PACS/LAMPS/FSS को एक ERP (Enterprise Resource Planning) आधारित कॉमन नेशनल सॉफ्टवेयर पर लाना, जिसका कार्यान्वयन चल रहा है।
Faq’s
उत्तर: लैम्प्स योजना के लिए आपको अपने राज्य के वित्त मंत्रालय से संपर्क करना होगा। लैम्प्स योजना का पूरा नाम लघु और मध्यम उद्यम प्रोत्साहन योजना है, जो राज्य सरकारों द्वारा चलाई जाती है। इस योजना का उद्देश्य लघु और मध्यम उद्यमों को ऋण, सब्सिडी, टैक्स छूट और अन्य सुविधाएं प्रदान करना है।
उत्तर: लैम्प्स योजना के तहत आपको 10 लाख रुपये तक का ऋण मिल सकता है, जिसकी अवधि 5 से 7 वर्ष तक हो सकती है। ऋण की राशि आपके व्यवसाय के प्रकार, आय, आवश्यकता और योग्यता पर निर्भर करती है।
उत्तर: लैम्प्स योजना के लिए आपको ब्याज दर 8% से 12% के बीच हो सकती है, जो आपके ऋण के प्रकार, अवधि, राशि और बैंक के नियमों पर निर्भर करती है। आपको ब्याज के साथ-साथ प्रतिमाह ऋण की कुछ राशि का भुगतान करना होगा, जिसे ईएमआई कहते हैं। ईएमआई की राशि आपके ऋण की राशि, ब्याज दर और अवधि पर निर्भर करती है।
उत्तर: लैम्प्स योजना के लिए आपको कम से कम 6 महीने का समय दिया जाता है, जिसमें आपको अपने व्यवसाय को शुरू करने और स्थापित करने के लिए ऋण का उपयोग करना होगा। इसके बाद, आपको अपने ऋण का भुगतान करना शुरू करना होगा। आपको अपने ऋण का पूरा भुगतान अपनी ऋण अवधि के अंत तक करना होगा।